अब काउंटर से कटने वाले टिकट पर भी क्यूआर कोड दिया जाएगा। इस कोड में यात्रा और यात्री से संबंधित सारी जानकारी रहेंगी। इससे फर्जी और अवैध टिकट पर अंकुश लगाया जा सकेगा। अभी यह सुविधा आनलाइन आरक्षित टिकट पर ही उपलब्ध है। क्यूआर कोड डालने के लिए टिकट के फारमेट में बदलाव को लेकर अभी बोर्ड स्तर पर मंथन चल रहा है। रेलवे द्वारा इसे पायलट प्रोजेक्ट की तहत शुरू किया जाएगा।
इसको लेकर यात्री आरक्षण प्रणाली और अनारक्षित टिकट प्रणाली काउंटर पर उपयोग होने वाले डाट मैट्रिक्स प्रिंटर को बदलकर लेजर प्रिंटर लगाए जाएंगे। तत्काल व भीड़ वाले स्टेशनों पर टिकट कटवाने के दौरान आए दिन दलाल आम यात्रियों को फर्जी टिकट देकर ठग लेते हैं। जब ट्रेन में टिकट की जांच होती है तो बात खुलती है। मालदा डीआरएम मनीष कुमार गुप्ता ने बताया कि रेलवे बोर्ड द्वारा यूटीएस और पीआरएस के काउंटर टिकट पर क्यूआर कोड की सुविधा पर विचार चल रहा है।