भागलपुर में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। कुल 16 प्रखंडों में आठ में बाढ़ का पानी फैल चुका है। हालांकि चार प्रखंडों में स्कूल में पानी आ जाने से पठन-पाठन बाधित है। अब तक गंगा के जलस्तर में हुई वृद्धि से बाढ़ की परेशानी थी। लेकिन अब कोसी भी कहर बरपा रही है।
नेपाल अधिग्रहण क्षेत्र में बारिश और वीरपुर बराज से पानी डिस्चार्ज होने पर कोसी में बढ़ोतरी हो गई है। सुपौल, सहरसा के रास्ते आई कोसी खगड़िया के डुमरी, बलतारा, नवगछिया के विजय घाट और कुरसेला में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। गंगा में बढ़ोतरी से सुल्तानगंज, भागलपुर और कहलगांव में लाल निशान से ऊपर जलस्तर पहुंच गया है। सबौर में क्षतिग्रस्त डायवर्सन होकर गंगा का पानी दक्षिणी हिस्से में फैल रहा है। पानी का दबाव रेललाइन पर न पड़े, इसलिए रेलवे ने स्लूईस गेट के पास सुरक्षात्मक कार्य के तहत कंक्रीट के बोरे गिराया है।
साथ ही ट्रेन को कॉशन पर चलाने का निर्देश दिया गया है। वहीं सीवान के गुठनी में सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर ने जहां ग्रामीण इलाकों के निचले हिस्सों बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है।