November 21, 2024

भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संजीव ड़ी हंस और पूर्व राजद विधायक गुलाब ष यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मनी ने लांड्रिंग मामले में संजीव हंस और च गुलाब यादव की जांच पहले से ही ने कर रही है। ईडी की अनुशंसा के बाद नो विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने ने भी आय से अधिक संपत्ति का ने मामला दर्ज करते हुए अपनी जांच में शुरू कर दी है। इस बीच प्रवर्तन निदेशालय ने संजीव हंस के खिलाफ – मनी लांड्रिंग का एक और मामला न दर्ज किया है। नए मामले के दायरे में – हंस की दिल्ली के आनंदलोक वाली करोड़ों रुपये मूल्य की संपत्ति और द्वारिका वाला आवास भी आ गया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संजीव और गुलाब यादव पर प्रवर्तन निदेशालय ने जुलाई महीने में मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज करने के बाद इनके अलग-अलग 21 ठिकानों पर छापा मारा था। छापेमारी में करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज के साथ नकदी और महंगी घडिय़ां जब्त की गई थी। बाद में ईडी ने इस मामले में हंस से जुड़े लोगों के मोहाली, पुणे, मुंबई, कोलकाता, दिल्ली और नोएडा में भी दबिश दी थी। संपत्ति में भारी निवेश मिलने की जानकारी के बाद ईडी ने विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) से संजीव और गुलाब के साथ ही अन्य पर प्राथमिकी दर्ज करने की अनुशंसा की थी। ईडी की अनुशंसा के बाद एसवीयू ने 14 सितंबर को हंस, गुलाब समेत 14 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर अपनी जांच शुरू की।

सूत्र बताते हैं कि एसवीयू की जांच में नए तथ्य सामने आने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने नए सिरे से संजीव हंस के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया है। चर्चा है कि नया मामला दर्ज करने के बाद अब ईडी संजीव के साथ ही उनकी पत्नी और रिश्तेदारों को पूछताछ के लिए नोटिस देकर बुला सकती है। संजीव हंस के साथ ही गुलाब यादव और उनके रिश्तेदारों से भी पूछताछ की संभावना है। पूछताछ के दौरान संजीव की द्वारिका और आनंदलोक की करोड़ों की संपत्ति और अन्य निवेश से जुड़ी जानकारियां मांगी जा सकती हैं। फिलहाल नया मामला दर्ज करने के बाद ईडी इस संबंध में और जानकारियां जुटा रही है।

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