पटना एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. जीके पाल के नॉन क्रीमी लेयर प्रमाण पत्र मामले ने तूल पकड़ लिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है। सीजीएचएस के संयुक्त सचिव डॉ. मनस्वी कुमार की अध्यक्षता में गठित इस टीम में आईएनआई निदेशक प्रियदर्शिनी श्रीवास्तव और विजिलेंस निदेशक और लाइजन अधिकारी ओबीसी सचिन कुमार भी शामिल हैं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अवर सचिव तरणजीत सिंह ने मंगलवार बई को इस संबंध में आदेश जारी किया। और उन्होंने कहा कि एम्स पटना और एम्स का गोरखपुर के कार्यकारी निदेशक डॉ. जीके पाल के पुत्र डॉ. ऑरोप्रकाश पाल के नॉन क्रीमी लेयर प्रमाण पत्र से संबंधित शिकायतों की जांच टीम करेगी। इस प्रमाणपत्र के आधार पर ऑरोप्रकाश पाल ने गोरखपुर एम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में नामांकन कराया था। विवाद होने पर अपना नामांकन वापस ले लिया था। इस संबंध में पहले गोरखपुर एम्स के एक चिकित्सक की ओर से शिकायत की गई थी।