March 12, 2025
West-Bengal-Higher-secondry-Exam

 माध्यमिक और मदरसा परीक्षा सोमवार से शुरू हो गई। परीक्षा के पहले ही दिन परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों की भीड़ नजर आयी। इस बार माध्यमिक परीक्षा में नौ लाख 84 हजार 953 छात्र शामिल हो रहे हैं, जिनमें पांच लाख 55 हजार 950 छात्राएं और चार लाख 28 हजार 803 छात्र हैं। 
वहीं, मदरसा बोर्ड की परीक्षा में 65,002 छात्र शामिल होंगे। परीक्षा 10.45 बजे शुरू हुई है जो दोपहर 2 बजे तक चलेगी। राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने परीक्षार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी छात्र परीक्षा को एक उत्सव की तरह आनंदपूर्वक दें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि परीक्षा को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने सभी जरूरी कदम उठाए हैं। इस बार प्रश्नपत्र लीक और नकल रोकने के लिए कड़े नियम लागू किए गए हैं। परीक्षा केंद्रों में किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाने पर सख्त प्रतिबंध रहेगा। अगर किसी छात्र के पास परीक्षा के दौरान मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पाया जाता है, तो उसकी परीक्षा रद्द कर दी जाएगी। पिछले साल इसी कारण 45 छात्रों की परीक्षाएं रद्द कर दी गई थीं। माध्यमिक परीक्षा के लिए राज्यभर में 2,683 केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के लिए 423 कस्टोडियन तैनात किए गए हैं, जिनके पास पहले से ही प्रश्नपत्र पहुंचा दिए गए हैं। अतिरिक्त वेन्यू सुपरवाइजर्स को दो-दो मोबाइल फोन दिए गए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में वे तुरंत शिक्षा बोर्ड को सूचित कर सकें।
पहले दिन परीक्षार्थियों को सुबह 9.30 बजे से परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति दी गई। परीक्षा का यह सत्र 22 फरवरी को समाप्त होगा।
वहीं माध्यमिक परीक्षा को लेकर राज्य सरकार ने परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए कई प्रबंध किए हैं लेकिन हुगली जिले के रिषड़ा विद्यापीठ परीक्षा केंद्र पर सोमवार को परीक्षा देने पहुंचे 146 माध्यमिक परीक्षार्थियों ने दमघोंटू विषाक्त हवा के बीच प्रथम भाषा की परीक्षा दी। विद्यालय के शिक्षकों ने आरोप लगा लगाया कि माध्यमिक परीक्षा होने के बावजूद सोमवार सुबह से गांधी सड़क और मैत्री पथ के बीच शरारती तत्व बेरोकटोक कूड़ा जलाते रहे। इसका विषाक्त धुआं दरवाजों और खिड़कियों के माध्यम से विद्यालय के विभिन्न कमरों में परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों को परेशान करता रहा। परीक्षा के दौरान ड्यूटी कर रहे शिक्षकों को भी विषाक्त धुएं के कारण काफी परेशानी हुई। 
विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार तिवारी ने बताया कि विद्यालय के पास कूड़ा जलाया जाना अब आम बात हो चुकी है। वे प्रशासन के विभिन्न तबकों में इसकी शिकायत करके थक चुके हैं। पता नहीं किस अज्ञात कारण की वजह से प्रशासन कूड़ा जलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने से बच रहा है। उल्लेखनीय है कि रिषड़ा मैत्री पथ इलाके में कूड़ा जलाए जाने के खिलाफ रविवार को रिषड़ा थाने के समीप भाजपा पार्षद मनोज सिंह ने आठ घंटे का अनशन किया था लेकिन स्थानीय प्रशासन और नगरपालिका पर इसका कोई असर होता हुआ नहीं दिख रहा है।

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