
अमित कुमार का दो किलोमीटर तक पीछा किया, फिर जक्कनपुर थाने के नया बाइपास स्थित दशरथा मोड़ के पास सिपारा पुल पर गोलियों से भून डाला। वारदात शुक्रवार की दोपहर साढ़े 12 बजे हुई। गोली लगने के बादलोग अमित को फोर्ड अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इधर, युवक को गोली लगने की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। घटनास्थल से तीन खोखा और दो गोलियां बरामद की गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एनएमसीएच भेजा। बिशम्भरपुर गांव निवासी शत्रुघ्न सिंह का पुत्र अमित कुमार फोर्ड अस्पताल में बिलिंग स्टाफ था। वह खगौल थाना क्षेत्र स्थित बीएमपी 16 के पास मकान बनाकर रहता था। उसकी ड्यूटी दोपहर दो बजे से रात दस बजे तक थी। वह शुक्रवार की दोपहर 12.30 बजे अपनी बाइक से अस्पताल जा रहा था। उसी दौरान बाइक सवार दो बदमाशों ने दशरथा मोड़ के समीप ओवरब्रिज पर उसे घेर लिया और पिस्टल से एक-एक कर तीन गोलियां दाग दीं। गोली लगते ही अमित जमीन पर गिर गया। दो गोली सोने, जबकि एक अमित की कमर में लगी। इसके बाद शूटर बाइक से भागगए। घटना की सूचना पर अमित के परिजन भी पहुंच गए।
बाइक को ओवरटेक कर रुकवाया फिर दाग दीं गोलियां प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अपराधियोंने अमित की गाड़ी को ओवरटेक किया। इसके बाद उनकी बाइक को रुकवाकर उस पर गोलियां दागने लगे। बाइक के पीछे बैठा शूटर गोली चला रहा था। इस वारदात को अंजाम देने में अपराधियों ने पिस्टल का इस्तेमाल किया। शूटरों ने घटना को अंजाम देने के लिए ऐसे जगह को चूना था, जहां आसपास कोई 7 मार्च को हुई थी शादी, घर में पसरा मातमअमित की शादी इसी साल सात मार्च को हुई थी। घर में खुशियों का माहौल था। अमित की मौत की खबर मिलते ही घरवालों के बीच कोहराम मच गया। उसकी पत्नी बेहोश हो गई। परिजान सपने में नहीं सोच सकते थे कि जिस घर में कुछ ही दिनों पहले शहनाई बजी थी, वहां मातमी सन्नाटा पसर जाएगा। अमित की शादी बैकटपुर निवासी चांदनी से हुई थी। अमित के अस्पताल के साथी धर्मेंद्र ने बताया कि वह काफी मिलनसार था। किसी से उसका कोई विवाद नहीं था।