November 22, 2024

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की पटना शाखा के डीएसपी अजय प्रताप सिंह को गुरुवार को उसके दो एजेंटों के साथ 20 लाख रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआइ) ने यह कार्रवाई की है। जदयू की पूर्व विधान पार्षद मनोरमा देवी के पुत्र और रमैया कंस्ट्रक्शन के मालिक राकी यादव ने एनआइए से जुड़े कांड में पटना शाखा के अनुसंधान पदाधिकारी (आइओ) रहे डीएसपी अजय प्रताप सिंह पर भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया था। गुरुवार को डीएसपी अजय और उनके दो एजेंटों को शिकायतकर्ता से 20 लाख रुपये लेते हुए पकड़ लिया गया।

राकी ने आरोप लगाए थे कि एनआइए ने उनके यहां 19 सितंबर को छापा मारा था। छापेमारी में आइओ डीएसपी अजय थे। एनआइए से नोटिस मिला, जिसमें 26 सितंबर को बुलाया गया था। पूछताछ के दौरान डीएसपी अजय प्रताप ने उन्हें आपराधिक मामलों में फंसाने और गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी और कथित तौर पर 2.5 करोड़ की रिश्वत की मांग की। डीएसपी अजय प्रताप सिंह ने शिकायतकर्ता को उसी दिन 25 लाख रुपये की प्रारंभिक किस्त का भुगतान करने के लिए कहा।

तब शिकायतकर्ता ने 25 लाख रुपये की व्यवस्था की। इस राशि की डिलीवरी औरंगाबाद में की गई। कुछ दिनों के बाद, अजय द्वारा एक अक्टूबर को एनआइए कार्यालय पटना में बुलाया गया। जब राकी वहां पहुंचा तो उससे फिर 70 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की गई। आरोपितों को गिरफ्तार करने के बाद गया, पटना और वाराणसी में कई जगहों पर तलाशी ली जा रही है। कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण बरामद किए गए हैं।

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