
प्रखंड के मध्य विद्यालय मेकरा में गुरुवार को मिड डे भील का विषाक्त खाना खाने से दो सौ से अधिक बच्चे बीमार हो गए। जिसमें एक की हालत गंभीर हो गई। शाम तक लगातार बीमार होते बच्चों को देखकर आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया। जमकर हंगामा किया। घटना की सूचना मिलते ही प्रखंड विकास पदाधिकारी रवि कुमार मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों को समझा-बुझाकर सड़क जाम खत्म करवाया। बीडीओ ने बताया कि घटना से संबंधित जानकारी ली जा रही है।
मामले की जांच की जा रही है। इस बीच करीब एक घंटे तक सड़क जाम रहा और आवागमन पूरी तरह ठप रहा। विद्यालय के कक्षा सात के छात्र बैजनाथ कुमार, कक्षा छह की छात्रा ऋचा कुमारीसहित दर्जनों बच्चों ने आरोप लगाया कि गुरुवार को स्कूल के मध्याह्न भोजन में चावल और आलू-कडू की सब्जी बनी थी। बच्चों को इस दौरान सब्जी में एक मराहुआ सांप मिला, जिसे विद्यालय के रसोइया ने विद्यालय के शौचालय में फेंक दिया और वही सब्जी बच्चों को खिला दी। बच्चों ने बताया कि गुरुवार को करीब पांच सौ बच्चों ने मध्याह्न भोजन खाया था। उन्होंने बताया कि भोजन करने के बाद कुछ बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी तो सभी शिक्षक समय से पहले ही छुट्टी देकर स्कूल से निकल गए।
बच्चे घर पहुंचे और धीरे धीरे एक-एक कर करीब दो सौ बच्चों की तबीयत खराब हो गई। ग्रामीण धीरे धीरे एकजुट होने लगे, घटना की सूचना पर पहुंची मोकामा थाना की पुलिस से ‘पचास से अधिक बच्चों को ले जाकर मोकामा रेफरल अस्पताल में भर्ती करवाया। एक एक कर करीब डेढ़ सौ बच्चों को लेकर उनके अभिभावक मोकामा रेफरल अस्पताल के ट्रामा सेंटर पहुंच गए। देर रात तक चिकित्सक बच्चों की जांच करते रहे। मौके पर मौजूद चिकित्सक डॉ. पंकज कुमार ने बताया कि एक बच्चे की तबीयत थोड़ी खराब थी, लेकिन अब वे भी खतरे से बाहर है। बाकी बच्चे भी ठीक हैं, सबों की जांच की जा रही है। देर रात तक रेफरल अस्पताल में गहमागहमी का माहौल रहा। सैकड़ों ग्रामीण और सामाजिक कार्यकर्ता मौके पर मौजूद रहे और बच्चों की देखभाल करते रहे।