हरियाणा के तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही विधानसभा में भाजपा समर्थित विधायकों की संख्या 51 हो गई है। भाजपा को समर्थन देने वालों में दो ने भाजपा से तो एक ने कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़ा था। दिलचस्प बात यह है कि तीनों ही निर्दलीय कांग्रेस प्रत्याशियों को हराकर विधानसभा में पहुंचे हैं।प्रदेश विधानसभा के लिए मंगलवार को घोषित हुए परिणाम में कुल तीन विधायक निर्दलीय जीतकर पहुंचे हैं। सोनीपत जिले की गन्नौर सीट से देवेंद्र कादयान को भाजपा द्वारा टिकट नहीं दिए जाने पर वह बागी होकर चुनाव मैदान में उतरे थे। देवेंद्र कादियान ने यहां कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप शर्मा को मात दी है। देवेंद्र को गन्नौर सीट पर कुल 77 हजार 248 वोट मिले वहीं कुलदीप शर्मा 42 हजार 39 वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे। इस तरह देवेंद्र ने 35209 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की।बहादुरगढ़ से कांग्रेस द्वारा टिकट नहीं दिए जाने पर राजेश जून ने बागी होकर चुनाव लड़ा और वह कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र जून को हराकर विधानसभा में पहुंचे हैं।हिसार में भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ने वाली सावित्री जिंदल ने भी जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। सावित्री जिंदल के बेटे नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र से भाजपा के सांसद हैं। सावित्री जिंदल ने कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास राड़ा को 18 हजार 941 वोटों के अंतर से हराया है।निर्दलीय चुनाव जीतने वाले दो विधायक देवेंद्र कादयान तथा राजेश जून आज हरियाणा सरकार के पूर्व प्रचार सलाहकार तरुण भंडारी के साथ दिल्ली पहुंचे और यहां उन्होंने हरियाणा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, सह प्रभारी बिप्लब देब और प्रदेश अध्यक्ष मोहन बड़ौली से मुलाकात की। इसके बाद दोनों विधायकों ने भाजपा को समर्थन देने का ऐलान कर दिया।सावित्री जिंदल ने केवल अभी ऐलान किया है लेकिन उनकी भाजपा के किसी शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात नहीं हुई है। इस बीच नवीन जिंदल ने एक टीवी न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि हिसार के विकास के लिए भाजपा को समर्थन देने का निर्णय लिया गया है।