जाको राखे साइयां मार सके ना कोय…. कुछ ऐसा ही मामला सोमवार को पटना जंक्शन के एक नंबर प्लेटफॉर्म पर हुआ। एक यात्री चलती ट्रेन में अपनी बोगी में घुसने के चक्कर में पटरी और प्लेटफॉर्म के बीच खाली जगह में गिर गया। यात्री के • ऊपर से एक एक कर 13 बोगियां गुजर गई। वह भगवान की गुहार लगाता रहा। प्लेटफॉर्म पर मौजूद दर्जनों यात्री चीखने चिल्लाने लगे। लेकिन ट्रेन के गुजरने के बाद वह यात्री उठ खड़ा हुआ। प्लेटफॉर्म पर बैठे यात्री अचरज में थे। यात्री को सकुशल देख सभी खुश भर थे।
वहां मौजूद यात्रियों की मदद से उसे प्लेटफॉर्म पर चढ़ाया गया और स्टेशन प्रबंधक ने उसकी प्राथमिक चिकित्सा कराई। दरअसल कटिहार निवासी 47 वर्षीय सुभाष यादव गांधीधाम-कामाख्या एस 8 बोगी में बर्थ संख्या 56 पर सफर कर रहा था। इसी ट्रेन में एस 8 बोगी में गुजरात के छायापुरी स्टेशन पर कटिहार के लिए 54 नंबर बर्थ पर उसका बेटा भी सफर कर रहा था। पटना जंक्शन पर दोपहर 11.45 बजे ट्रेन आने के बाद यात्रियों के उतरने और चढ़ने की मारामारी थी। इसी बीच जब बोगी में यात्रियों की हलचल घोड़ी कम हुई तो अपने बर्थ से उतरकर एक नंबर प्लेटफॉर्म पर पानी लेने उतरा।
वह नल से पानी भर ही रहा था कि ट्रेन खुल गई। दौड़कर बोगी में चढ़ने में सुभाष का पैर फिसल गया और वह झटके के साथ पटरी और प्लेटफॉर्म के बीच में जा गिरा। ट्रेन की बोगियां ऊपर से गुजरती गई और हर बोगी से वह थोड़ा चोटिल हो रहा था। हालांकि ट्रेन की 13 बोगियां गुजरने के बावजूद उसने खुद को समेटकर जान बचा ली। यात्री ने बताया कि वह इस दौरान हनुमान चालीसा पढ़ता रहा और छठी मइया से जान की गुहार लगाता रहा। उसकी पीठ में कई जगह चोटें आई हैं। पैर व कोहनी भी चोटिल हुआ है। उसके कपड़े भी फट गए थे। कुछ देर में उसके बेटे के आने के बाद प्राथमिक चिकित्सा कर उक्त यात्री को भेज दिया गया।