
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 7 अगस्त को 11वें राष्ट्रीय हथकरघा दिवस समारोह के मौके पर हथकरघा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए 24 बुनकरों को सम्मानित करेंगी।
कपड़ा मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि नयी दिल्ली स्थित भारत मंडपम में आयोजित कार्यक्रम में पाँच बुनकरों को संत कबीर पुरस्कार और 19 को राष्ट्रीय हथकरघा पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह भी मौजूद रहेंगे।
हथकरघा क्षेत्र में काम करने वाले हथकरघा बुनकरों, डिज़ाइनरों, स्टार्ट-अप उद्यमों और उत्पादक कंपनियों को ये पुरस्कार दिये जायेंगे। ये पुरस्कार राष्ट्रीय हथकरघा विकास कार्यक्रम (एनएचडीपी) के अंतर्गत हथकरघा विपणन सहायता (एचएमए) का हिस्सा हैं।
कार्यक्रम में केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह के साथ-साथ देश भर के सांसद, उद्योग जगत के दिग्गज, डिज़ाइनर, निर्यातक, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, छात्र और 500 से अधिक बुनकर सहित गणमान्य अतिथि उपस्थित रहेंगे।
संत कबीर हथकरघा पुरस्कार उन उत्कृष्ट हथकरघा बुनकरों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने इस क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके तहत प्रत्येक पुरस्कार विजेता को 3.5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार, एक सोने का सिक्का, ताम्रपत्र, शॉल और प्रमाणपत्र प्रदान किया जाता है।
राष्ट्रीय हथकरघा पुरस्कार असाधारण शिल्प कौशल, समर्पण और नवाचार वाले बुनकरों को दिया जाता है। इसका उद्देश्य बुनकरों को अपना उत्कृष्ट कार्य जारी रखने और इस क्षेत्र के अन्य लोगों को प्रेरित करने के लिए प्रोत्साहित करना है। इसके तहत पुरस्कार पाने वाले को दो लाख रुपये का नकद पुरस्कार, ताम्रपत्र, शॉल और प्रमाणपत्र दिया जाएगा।