पटना कलेक्ट्रेट इस माह के अंत तक नये भवन में शिफ्ट हो जाएगा। इसकी तैयारी चल रही है। भवन निर्माण विभाग की ओर से बिल्डिंग निर्माण का काम पूरा कर लिया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा नये भवन का उद्घाटन होना है। पांच मंजिले भवन में कलेक्ट्रेट के 39 विभाग संचालित किए जाएंगे। वर्तमान में कलेक्ट्रेट के कार्यालय पांच जगहों पर संचालित हो रहे हैं। नये भवन में कलेक्ट्रेट के शिफ्ट होने के बाद लोगों को कामकाज कराने में भी आसानी होगी। नये भवन में आपातकालीन स्थिति में निकासी, अग्नि सुरक्षा, इंटरकॉम की सुविधा, वेंटिलेशन, कॉमन एरिया आदि जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं हैं। एक ही परिसर में जिला परिषद, डीडीसी, एसडीएम और अन्य अधिकारियों के कार्यालय होंगे।
सुरक्षा मानक पर आधारित अत्याधुनिक तकनीकों से कलेक्ट्रेट भवन का कंट्रोल एवं कमांड सेंटर भी काम करेगा। नये भवन में आम लोगों के बैठने के लिए भी वातानुकूलित हॉल बनाए गए हैं। शौचालय और पेयजल की बेहतरीन व्यवस्था की गई है। यह भवन स्थापत्य कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। खाली हो जाएंगे पुराने दफ्तरों के भवन : वर्तमान में कलेक्ट्रेट के कई विभाग शहर में अलग-अलग जगहों पर संचालित किए जा रहे हैं। हिन्दी भवन में डीएम का मुख्य दफ्तर है। इसके अलावा विकास भवन में डीडीसी और जिला परिषद का कार्यालय है। छज्जूबाग में एडीएम अनुभाजन, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, पटना सदर अनुमंडल के कार्यालय जैसे डीसीएलआर का दफ्तर, जिला खनन कार्यालय वीरचंद पथ स्थित ट्रांजिट हॉस्टल में संचालित किया जा रहा है।
पटना सिटी में जिला बंदोबस्त कलेक्ट्रेट में उपलब्ध सुविधाएं 43,454 – वर्गमीटर का परिसर 39 – विभाग होंगे संचालित 445-वाहनों के लिए पार्किंग 225-सीसीटीवी कैमरे 300-लोगों के बैठने के लिए कॉन्फ्रेंस रूम 3484 वर्गमीटर का ग्रीन एरिया पदाधिकारी का कार्यालय है, इससे लोगों को काफी असुविधा हो रही है। अलग-अलग काम के लिए लोगों को कई जगहों पर जाना पड़ रहा है। नये भवन में शिफ्ट होने के बाद इस तरह की समस्या समाप्त हो जाएगी। जिन भवनों में वर्तमान समय कार्यालय संचालित हो रहे हैं उन्हें जनवरी तक खाली होने की उम्मीद है तथा ऐसी बिल्डिग को संबंधित विभाग या भवन निर्माण विभाग को हैंडओवर कर दिया जाएगा।