
हज 2025 पर गया ईबारकेशन प्वाइंट से जाने वाले जायरीनों का पहला जत्था शुक्रवार की अहले सुबह तीन बजे हजभवन से रवाना किया गया। पहले दिन पांच बसों से 273 लोगों को गया के लिए स्वाना किया गया। गया इंबारकेशन प्वाइंट से सुबह 10:50 बजे पहली फ्लाइट से 147 और दूसरी फ्लाइट से 126 आजमीनों ने मदीना शहर के लिए उड़ान भरी। इस अवसर पर हजयात्रियों की आखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। इस दौरान आजमीनों के सगे-संबंधियों ने सेल्फी ली। आजमीनों के पहले जत्थे को बिहार राज्य हज समिति के अध्यक्ष अब्दुल हक व अन्य पदाधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस बार हज पर राज्य से कुल 2383 लोग जायेंगे। इनमें 1378 पुरुष और 1005 महिलाएं शामिल हैं. बिहार के हजयात्री देश के अलग-अलग 10 इंबारकेशन प्वाइंट से अपनी सुविधा अनुसार सऊदी के लिए उड़ान भरेंगे. वहीं, कोलकाता से 16 से 29 मई के बीचं राज्य के कुल 937 हजयात्री रवाना होंगे।
हजयात्रियों की सुविधा के लिए मक्का-मदीना भेजे गये हैं अधिकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का किया गया स्वागत।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि हज यात्रियों की सुविधा और सहूलियत का ध्यान रखने के लिए इस बार भी बड़ी संख्या में अधिकारियों को मक्का-मदीना भेजा गया है। हज यात्रियों की सुविधा एवं सहूलियत को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार की तरफ से हर प्रकार के इंतजाम किये गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे भी एक बार मक्का-मदीना जाने का मौका मिला था, अंदर जाने की इजाजत नहीं रहती है।
मैंने बाहर से ही एक-एक चीज को देखा, काफी खुशी हुई। आप सभी वहां जाते हैं, यह देखकर मुझे बेहद प्रसन्नता होती है। मुख्यमंत्री ने यह बातें हज यात्रियों की रवानगी के पूर्व हज भवन स्थित मौलाना मजहरूल हक ऑडिटोरियम में आयोजित दुआईया मजलिस में कहीं। इस दौरान उन्होंने हज यात्रा सफल होने सहित दुआ कबूल होने की कामना की। कार्यक्रम को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान और बिहार राज्य हज कमिटी के चेयरमैन अब्दुल हक ने भी संबोधित किया. इस दौरान खानकाह मुनीमिया मितनघाट के सज्जादानशीं हजरत मौलाना सैयद शमीम मुनअमी ने मजलिसे दुआइया में इजतमाई दुआ की। तमाम आलमे इंसानियत के बीच मेल-मोहब्बत, भाईचारगी के साथ बिहार और हिन्दुस्तान में अमन और चैन का माहौल कायम रहे, के लिये भी विशेष रूप से दुआ की।