आइजीआइएमएस इमरजेंसी में मंगलवार को मरीज के स्वजन व सुरक्षाकर्मियों के बीच मारपीट का मामला सामने आया है। मरीज के पीड़ित स्वजन ने सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ शास्त्रीनगर थाने में लिखित शिकायत दी है। उनका आरोप है कि पुत्री की हालत गंभीर थी और वे बार-बार डाक्टरों को बुलाने की मांग कर रहे थे, इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने लड़की के माता-पिता व भाइयों को अपशब्द कहते हुए उनसे मारपीट की।
वहीं डा. मनीष मंडल ने आरोप को बेबुनियाद बताया है, उन्होंने कहा कि पूर्व चिकित्साधीक्षक की सिफारिश पर उस लड़की को भर्ती किया गया था। ऐसे में लापरवाही की गुंजाइश नहीं है। वे लोग एक अन्य मरीज जिसकी मौत हो गई थी उनके स्वजन मृत्यु प्रमाणपत्र के साथ सभी कागजात मांग रहे थे जो नियम विरुद्ध है। उनके हंगामें में इन लोगों ने भी तोड़फोड़ की। जब उन्हें पकड़ा गया तो उन्होंने उन्हें न पहचानने की बात कही। सीसीटीवी फुटेज से पहचान के बाद मामला सामने आया।
चाढ़ अनुमंडल के इटावा गांव निवासी संतलाल के मरीज की तबियत बहुत खराब थी। इसके बाद उन्होंने सोमवार को किसी प्रकार उसे आइजीआइएमएस की इमरजेंसी में भर्ती कराया। स्वजन का आरोप है कि पुत्री की हालत गंभीर होने के बावजूद कोई डाक्टर देखने नहीं आ रहे थे। स्थिति बिगड़ते देखकर उन्होंने पुत्रों के साथ सुरक्षाकर्मियों से इमरजेंसी में डाक्टरों को बुलाने की जिद की। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार करते हुार, अपशब्द कहे और पीटने लगे। सीसीटीवी से इसकी जांच की जा सकती है। शास्त्रीनगर थाने में अभी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।