भागलपुर के यातायात डीएसपी आशीष कुमार सिंह के खिलाफ बुजुर्ग दंपती से मारपीट और पिस्टल के बल पर स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर कराने का केस कदमकुआं थाने में कराया गया है। कदमकुआं के दारोगा अमित कुमार समेत दो सिपाहियों को भी नामजद किया गया है। सीएजीएम के आदेश पर थाना में केस दर्ज किया गया है। एसएसपी ने इस मामले की जांच का आदेश सिटी एसपी (मध्य) को दिया है। दरअसल, सिविल कोर्ट से सेवानिवृत्त विजय कुमार सिंह (72 वर्ष) ने आरोप लगाते हुए सीजीएम न्यायालय में परिवाद दर्ज कराया था कि उनकी पत्नी के नाम से नाला रोड स्थित कालेजिएट गली में मकान है।
उनके बड़े बेटे बिजेंद्र कुमार सिंह शारीरिक रूप से लाचार हैं। वह बिस्तर से उठ नहीं सकते हैं। उनकी बहू साधना सिंह ‘उस मकान को अपने नाम पर लिखने के लिए जबरन दबाव बना रही थी। जब उन्होंने इससे इनकार किया तो बहू साधना ने नौ सितंबर को अपने परिवार के आशीष कुमार सिंह और दूसरे रिस्तेदारों को बुला लिया। आरोपित आशीष ने वर्दी का रौब दिखाते हुए बुजुर्ग विजय कुमार सिंह और उनकी पत्नी के साथ मारपीट की।
आरोप लगाया कि उनकी बुजुर्ग पत्नी का बाल पकड़कर पटक दिया। पीड़ित ने आरोपित का घर में घुसते हुए वीडियो बनाया था। इसको लेकर पीड़ित ने थाने में लिखित शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कोर्ट में पीड़ित ने दर्ज कराया था परिवादः पीड़ित का आरोप है कि थाने में शिकायत करने के बाद दूसरे दिन थाने के दारोगा अमित कुमार दो सिपाहियों को साथ उनके घर पहुंचा। दारोगा ने भी बहू के नाम पर मकान लिखने के लिए धमकाया और चला गया। पीड़ित ने इसकी शिकायत एसएसपी कार्यालय में आवेदन देकर की थी, लेकिन जब कार्रवाई नहीं हुई।