साइबर ठगों का दुस्साहस इस कदर बढ़ गया है कि एक दिन पहले साइबर डीएसपी प्रिया ज्योति के ही मोबाइल पर ठगी के इरादे से काल कर दिया। पूछा-हैलो मैडम, आप लोन लेना चाहती हैं? क्या आपने अप्लाई किया था। डीएसपी चौकन्ना हो गईं। उन्होंने साइबर ठगों को बातों में उलझाए रखा। वे बजाज फाइनेंस से 20 मिनट में पांच लाख लोन का झांसा – दे रहे थे। उधर, आरोपित अंजान थे – कि वह किसी और से नहीं, बल्कि साइबर डीएसपी से ही बात कर रहे हैं।
बातचीत के दौरान ही डीएसपी ने आनलाइन लुटेरों की लोकेशन निकलवा ली और कुछ ही देर में वहां पहुंचीं और अमित कुमार और पुश्वांजय कुमार नाम के दो ठगों को पकड़ लिया। दोनों आरोपित आपस मैं जीजा-साला हैं। मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सोमवार को पुलिस कप्तान अभिनव धीमान ने दी। अमित वारिसलीगंज के चकवाय गांव का और पुश्वांजय कौआकोल के खैरा गांव का है। उन्होंने बताया कि दो साइबर ठगों की गिरफ्तारी के बाद अलग अलग जगहों से एक महिला समेत कुल नौ आरोपितों को पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली है।
इनमें वारिसलिगंज थाना क्षेत्र के चकवाय गांव निवासी विजय सिंह की पत्नी रेणु देवी, नरेश दास के पुत्र प्रमोद कुमार, भोला चौधरी के पुत्र ज्योतिष कुमार, अनिल कुमार के पुत्र अमित, मीर बिगहा निवासी बच्चु प्रसाद के पुत्र सुधांशु कुमार, मनोज तांती के पुत्र पारस कुमार, भवानी बिगहा गांव निवासी अशोक राम के पुत्र धीरज कुमार, श्रवण महतो के पुत्र सौरभ महतो व कौआकोल थाना क्षेत्र के खैरा गांव निवासी चितरंजन सिंह के पुत्र पुश्वांजय कुमार शामिल हैं। सौरभ महतो का अस्थाई पता मोयरा कोयवलरी थाना अंडाल जिला वर्धमान पश्चिम बंगाल बताया जा रहा है। इन आरोपितों के पास से 19 मोबाइल, चार सिम कार्ड, दो बाइक, एक मराजो कार, दो आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, दो वोटर कार्ड, छह बैंक पासबुक, एक चेकबुक और सैकड़ों ग्राहकों के मोबाइल नंबर लिखे डेटा शीट भी बरामद किया गया है।