ऐसे हुआ खुलासा रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला बड़ा गिरोह पकड़ा गया। गिरोह का मास्टरमाइंड 78 साल का सचेंद्र शर्मा उर्फ दादा है। वह दो दशक से रेलवे में बहाली के नाम पर लोगों को ठग रहा है। पुलिस ने उसे मुजफ्फरपुर के मेहंदी हसन रोड से दबोचा। वह मूल रूप से औराई थाना के भरथुआ गांव का रहनेवाला है। मामले में नामजद 6 आरोपी फरार हैं। सचेंद्र शर्मा के पास से एक बैंक चेक, चार मोबाइल, ज्वॉइनिंग लेटर, पूर्व रेलवे के कागजात आदि जब्त किए गए हैं। गिरोह का नेटवर्क देश के कई राज्यों में फैला है।
वह नौकरी के नाम पर एमपी, राजस्थान व ओडिशां में भी फर्जीवाड़ा कर चुका है। ठगी के शिकार सौरभ कुमार और उसके दोस्त मोहन कुमार ने बेला थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसमें सचेंद्र शर्मा के अलावा भजन गायिका सोनू मुस्कान, आलू-प्याज के व्यवसायी श्याम बाबू सिंह, कबीर, अहियापुर थाना के बिंदा बिहारी वर्मा उर्फ वर्मा, राजीव मिश्रा उर्फ मिश्रा को आरोपी बनाया गया। इसी आधार पुलिस ने कार्रवाई की और सचेंद्र को दबोच लिया। कौन है सचेंद्र शर्मा सचेंद्र शर्मा बिहार राज्य परिवहन निगम में कंडक्टर था। प्रमोशन पाकर टाइम कीपर बना और इसी पद से रिटायर हुआ। रिटायरमेंट के बाद ही उसने नौकरी के नाम पर ठगी का धंधा शुरू किया और कई राज्यों तक अपना नेटवर्क फैला लिया।