
दीघा में नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है, 30 अप्रैल को इसके खुलने के बाद से लाखों श्रद्धालु यहां आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा उद्घाटन किया गया यह मंदिर महज दो सप्ताह में ही एक प्रमुख आध्यात्मिक स्थल बन गया है। मंदिर प्रशासन के अनुसार, पहले 15 दिनों में ही करीब 20 लाख श्रद्धालु मंदिर में आ चुके हैं। महज 12 दिनों में मंदिर को 10 लाख रुपये से अधिक का दान मिला है, जो श्रद्धालुओं की गहरी आस्था और उत्साह को दर्शाता है। अब तक मुख्य मूर्ति के सामने सिर्फ एक दान पेटी रखी जाती थी, लेकिन श्रद्धालुओं की भारी संख्या और बढ़ते दान के कारण प्रशासन ने अगले सप्ताह तक मंदिर परिसर में 10 और स्टील दान पेटी लगाने का फैसला किया है। मुख्य पुजारी और मंदिर के ट्रस्टी राधारमण दास ने बताया कि दान के प्रबंधन में पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) लागू की गई है। इस एसओपी के तहत हर मंगलवार को अधिकारियों की मौजूदगी में दान पेटी खोली जाती है। 6 मई को जब पहली बार दान पेटी खोली गई तो उसमें 4 लाख रुपए मिले। 13 मई को जब दूसरी बार खोला गया तो उसमें 5.8 लाख रुपए मिले, जिसमें से 1.2 लाख रुपए सिक्कों के रूप में मिले। दान की मात्रा और विविधता सामूहिक भागीदारी और समुदाय की मजबूत भागीदारी दोनों को दर्शाती है।
नए बक्से, जिनमें से प्रत्येक का माप 42×18 इंच और ऊंचाई 32 इंच है, को मंदिर के भीतर अलग-अलग स्थानों पर रणनीतिक रूप से रखा जाएगा। प्रत्येक बॉक्स में दोहरे ताले होंगे और सुरक्षित और निगरानी वाली पहुँच सुनिश्चित करने के लिए चाबियाँ एक कार्यकारी मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी के पास होंगी।