संवाद सहयोगी, जागरण सिमुलतला : इंटर और मैट्रिक की परीक्षा में राज्यभर में शानदार प्रदर्शन करने वाला सिमुलतला आवासीय विद्यालय इन दिनों अनुशासनहीनता को लेकर चर्चा में है। यहां के बच्चों के पास से स्कूल प्रबंधन ने 300 से अधिक मोबाइल फोन जब्त किया है। मोबाइल फोन रखना वर्जित होने के बावजूद बच्चे इसका इस्तेमाल कर रहे थे। मोबाइल जब्त किए जाने से बच्चे इस कदर आक्रोशित हो उठे कि पूरा विद्यालय अशांत हो गया। बच्चों ने गुरु-शिष्य के संबंध को भी ताक पर रख दिया। हंगामा, नारेबाजी, गाली-गलौज, तनातनी, आंख दिखाने के कृत्य से मर्यादा की धज्जियां उड़ा दीं।
स्कूल प्रबंधन ने शनिवार को ही बच्चों का मोबाइल फोन जब्त किया था। शनिवार की सुबह उपजा विवाद रात तक जारी रहा। रविवार को भी स्कूल में तनाव रहा। शनिवार की रात बच्चों के एक दल ने एक शिक्षक के आवास पर धावा बोल दिया और तोड़फोड़ की। संयोग से उस वक्त शिक्षक अपने आवास पर मौजूद नहीं थे। विद्यालय सूत्रों के अनुसार छात्र-छात्राओं ने शिक्षक के मूल प्रमाण पत्र, कपड़े, पैन ड्राइव आदि को क्षति पहुंचाई है। उक्त शिक्षक भी मोबाइल फोन जब्ती की कार्रवाई के दौरान अन्य शिक्षकों के साथ थे। एक अन्य शिक्षक को भी धक्का देने एवं उन पर पत्थर चलाने की बात सामने आ रही है। यह शिक्षक प्रतिनियुक्ति पर विद्यालय में है।
सिमुलतला आवासीय विद्यालय में नामांकन व प्रवेश के दौरान शपथ पत्र लिया जाता है। इसमें बच्चे मोबाइल फोन नहीं रखने का संकल्प लेते हैं। लेकिन इसका पालन नहीं होता है। इससे पहले भी मोबाइल फोन जब्त किए जाने पर ऐसी ही बातें सामने आई थीं। यह भी पता चला था कि छात्र देर रात तक मोबाइल का उपयोग करते हैं। प्रतिबंधित फिल्में देखते हैं।
हालांकि, छात्र-छात्राओं का कहना है – कि वे पढ़ाई के लिए मोबाइल फोन रखते हैं। विद्यालय के छात्रावास में मोबाइल रखने को लेकर विवाद कोई नया नहीं है। इस कारण कई छात्र- ज छात्राओं को पूर्व में निलंबित किया श गया है। एक बार तो मामला इतना व बिगड़ गया कि एक छात्र ने अपने के घर जाकर कई शिक्षकों पर मारपीट जा का मामला समस्तीपुर जिले के गया दलसिंहसराय में दर्ज करा दिया। बाद पुला में सिमुलतला थाना में उस फर्द बयान है, के आधार पर कांड दर्ज किया गया जा था। आनलाइन पढ़ाई में सहायक होने को की बात कह बच्चे अपने अभिभावक व्यक से मोबाइल ले लेते हैं लेकिन इसका इस्तेमाल बदल जाता है।