
कलेक्ट्रेट घाट पर रविवार की दोपहर स्नान करने के दौरान दो युवक डूब गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब दोनों स्नान करने के दौरान रील्स बना रहे थे। सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं इस हादसे की जानकारी मिलते ही गांधी मैदान थाने की पुलिस और एसडीआरएफ की टीम वहां पहुंच गई। करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद एसडीआरएफ ने दोनों युवकों के शवों को बरामद कर लिया।
बताया जाता है कि सुल्तानगंज थाना इलाके के शाहगंज कब्रिस्तान का रहने वाले आमिर और हसनुल बन्ना घर के लोगों को बिना बताये ही दोपहर में अपने अन्य दोस्तों के साथ गंगा में नहाने गए थे। कलेक्ट्रेट घाट पर दोनों नहा रहे थे तो उसका तीसरा साथी वीडियो बना रहा था। चौथा दोस्त नदी के किनारे बैठा था। वीडियो बनाने के चक्कर में घाट पर पहले भी पांच की डूबने से गई थी जान कलेक्ट्रेट घाट पर कुछ दिनों पूर्व भी डूबने से पांच की मौत हुई थी। 26 फरवरी को नहाने के दौरान दो किशोर और तीन युवक की मौत डूबने से हो गई थी। हालांकि नाविकों ने बांस फेंककर दो युवकों को डूबने से बचा लिया था।
कलेक्ट्रेट घाट पर हादसों को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। वहां गड्ढे हैं। कम पानी समझकर लोग आगे बढ़ते हैं और अचानक गड्ढे में जाने से हादसे हो रहे हैं। आमिर और हसनुल गहरे पानी में चला गया। इससे दोनों नदी में डूब गए। बताया जाता है कि एक दोस्त को नाविक ने बांस फेंक कर बचा लिया। बाहर बैठे दोस्त ने पुलिस को घटना की बाबत सूचना दी। इसके बाद पुलिस और एसडीआरएफ की टीम वहां पहुंची। गोताखोरों की मदद से दोनों का शव गहरे पानी से निकाला गया। हालांकि परिजनों ने दोनों का पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने शव घरवालों को सौंप दिए। गांधी मैदान थानेदार सीताराम प्रसाद ने बताया कि दोनों स्नातक की पढ़ाई करते थे। गंगा में नहाने के दौरान रील्स बनाने के क्रम में यह हादसा हुआ।