मुंबई के बांद्रा टर्मिनस रेलवे स्टेशन पर शनिवार को मध्य रात्रि के बाद भगदड़ मच गई जिसमें 10 लोग घायल हो गए। हालांकि पश्चिम रेलवे ने दो ही लोगों के घायल होने की पुष्टि की है। घटना तब हुई जब दीपावली और छठ पर अपने गृहनगर जाने के लिए लोग सीट पर कब्जा करने के लिए गोरखपुर जाने वाली चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे। घटना रात करीब 2:45 बजे हुई, जब 22 डिब्बों वाली साप्ताहिक अनारक्षित ट्रेन बांद्रा-गोरखपुर अंत्योदय एक्सप्रेस (22921) यार्ड से आकर प्लेटफार्म नंबर एक पर लग रही थी। ट्रेन सुबह 5.10 बजे रवाना होनी थी। त्योहार के कारण इस ट्रेन के लिए करीब 5,000 लोग प्लेटफार्म पर थे। ट्रेन में बैठने की क्षमता 2,100 यात्रियों की है और इसके लिए करीब 2,540 टिकटों की बिक्री की गई थी।
इस ट्रेन में आरक्षण नहीं होता इसलिए लोग सीट कब्जाने के लिए चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश करने लगे। वहां मुट्ठीभर पुलिस वाले और रेलवे कर्मचारी थे जो नाकाफी साबित हुए। लोग चलती ट्रेन के दरवाजों पर लटकने की कोशिश करने लगे। संभवतः कुछ दरवाजे बलपूर्वक खोले गए, जिससे उन जगहों पर भीड़ बढ़ दीपावली और छठ पर घर जाने के लिए स्टेशन पर थी भारी भीड़ गोरखपुर अंत्योदय एक्सप्रेस में चढ़ने के लिए हुई धक्का-मुक्की गई और अंततः भगदड़ मच गई। पांच घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिनमें से दो की स्थिति गंभीर है। दुर्घटना को लेकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक्स पर कहा, ‘जब रखरखाव के अभाव और सार्वजनिक संपत्ति की उपेक्षा के कारण लोगों की जान चली जाती है और उद्घाटन के बाद पुल, प्लेटफार्म्स या प्रतिमाएं ढहने लगती हैं तो यह गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि यह भगदड़ भारत के ढहते बुनियादी ढांचे का ताजा उदाहरण है।’