
पुणे (महाराष्ट्र)) के स्क्रैप कारोबारी लक्ष्मण साधु शिंदे (50) का 11 अप्रैल की दोपहर पटना एयरपोर्ट से साइबर अपराधियों ने अपहरण कर लिया। अगले ही दिन 12 अप्रैल को उनकी हत्या कर दी गई। उनका शव जहानाबाद जिले घोषी थानांतर्गत झुमकी व मानपुर गांव के बीच सड़क किनारे मिला। शव की पहचान होने के बाद इसका खुलासा हुआ कि वह स्क्रैप कारोबारी का है। जहानाबाद पुलिस ने पटना पुलिस से संपर्क किया। सोमवार को व्यवसायी की बेटी व अन्य परिजनों के साथ पटना पुलिस टीम जहानाबाद गई। व्यवसायी का शव पोस्टमार्टम के बाद अस्पताल में रखा गया था।
इस मामले में पटना पुलिस की विशेष टीम ने नवादा केहिसुआ थाना क्षेत्र में रविवार की देर रात छापेमारी कर एक युवती समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया। पटना और नवादा पुलिस टीम ने एनएच 82 बोधगया-राजगीर फोरलेन मार्ग पर कहरिया गांव के समीप स्थित पत्नी के कॉल करने पर मोबाइल स्विच ऑफ आने लगा एक होटल से तीन से अधिक को दबोचा। पुलिस ने मौके से काले रंग की एक स्कॉर्पियो, एक लैपटॉप और चार मोबाइल जब्त किए हैं। एसएसपी मंगलवार को खुलासा कर सकते हैं। व्यवसायी की पत्नी रत्नाप्रभा ने 11 अप्रैल की रात साढ़े नौ बजे जब अपने पति के मोबाइल नंबर पर कॉल किया की तो वह बंद बताने लगा। एक घंटे बाद व्यवसाई का मोबाइल खुला। मिस्ड कॉल अलर्ट का मैसेज देखकर रत्नाप्रभा ने दोबारा कॉल किया। लेकिन कॉल दूसरे व्यक्ति ने उठाया और कहा कि शिंदे जी बाथरूम गए हैं। इसके बाद उन्होंने कई बार पति से संपर्क करने की कोशिश की। लेकिन मोबाइल बंद आने लगा। इसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी बहनोई को दी। फिर उन्होंने पुणे के थाने में शिकायत की।
शामकेवक्त फ्लाईट से पटना पहुंचे थे व्यवसायीः लक्षमण को एक प्रोजेक्ट देखने यानी स्क्रैप दिखाने के नाम पर पटना बुलाया गया था। वह मूलरूप से पुणे के कोर्धूड़ थानांतर्गत जहानाबाद के काको में मिला शव, जांच में जुटी पटना पुलिस एकलव्य कॉलेज के समीप इंद्रायणी को-आपरेटिव हाउसिंग सोसायटी डी/01 के रहने वाले थे। उनके साढू विशाल लवाजी लोखंडे ने रविवार को हवाईअड्डा थाने में केस दर्ज करवाया।