
वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और देशभर के प्रमुख धार्मिक व सामाजिक मुस्लिम संगठन बुधवार को गर्दनीबाग धरना स्थल पर विशाल विरोध प्रदर्शन करेंगे।
मंगलवार को एक निजी होटल में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान विभिन्न मुस्लिम संगठन के नेताओं ने ये जानकारी दी है। साथ ही भाजपा समेत एनडीए के उन राजनीतिक दलों के खिलाफ भी नाराजगी जतायी, जिन्होंने बिल का समर्थन किया है। नेताओं ने कहा कि यह बिल पारदर्शिता लाने के लिए नहीं बल्कि वक्फ संपत्तियों पर सरकारी और गैर-सरकारी कब्जों को वैध बनाने, नई कानूनी उलझनों को जन्म देने और विशेष रूप से मस्जिदों, ईदगाहों, दरगाहों और खानकाहों को ध्वस्त करने का रास्ता खोलता है।
वहीं, मुस्लिम नेताओं ने एक बार फिर जदयू, लोजपा, टीडीपी और आरएलडी जैसी भाजपा की सहयोगी पार्टियों से अपील की है कि वे इस बिल पर पुनर्विचार करें और अपना समर्थन वापस लें। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि इन अपीलों के बावजूद ये दल कानून बनने में मदद करते हैं तो मुस्लिम समुदाय इस अन्याय को कभी नहीं भूलेगा। इस अवसर पर मौलाना फजलुर रहीम मुजद्दिदी, मौलाना अहमद वली फैसला रहमानी, मौलाना रिजवान अहम इस्लाही आदि मौजूद रहे।