
पिता ने ही अपनी ढाई साल की बेटी को अगवा कर 50 हजार रुपए में बेच दिया। पत्नी ने पति के खिलाफ मालसलामी थाने में मामला दर्ज जी कराया, जिसके बाद पुलिस ने 12 घंटे सद के बाद बच्ची को छपरा के वार्ड 10 की से बरामद कर आरोपी पिता सोनू पी न्यों कुल चार लोगों को गिरफ्तार कर यादव, एक क्लिनिक में नर्स सहित लिया। जानकारी के अनुसार, घर से ढाई साल की बेटी के अचानक गायब होने से परेशान भैसानी टोला निवासी मां कौशल्या देवी खोजबीन में जुट गई। पति सोनू यादव से संतोषजनक उत्तर नहीं मिल रहा था। इसके बाद वह पति के खिलाफ 25 मई को मालसलामी थाना पहुंची और बेटी को गायब कर बेचने के आरोप लगाते हुए पति सोनू यादव एवं महिला रूपा देवी को नामजद अभियुक्त बनाया।
डीएसपी डॉ गौरव कुमार ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी एवं सिटी एसपी के निर्देश पर विशेष छापेमारी टीम का गठन कर मानवीय एवं तकनीकी साक्ष्यों को एकत्र कर पुलिस ने पति को पकड़ा और पूछताछ शुरू की। वह पुलिस को काफी देर तक वह बरगलाता रहा। बाद में पुलिस के समक्ष टूट गया। पुलिस ने दूसरे नामजद अभियुक्त सारण निवासी रूपा देवी को दानापुर स्थित क्लिनिक से गिरफ्तार कर लिया, जो नर्स का काम करती है। पुलिस दोनों अभियुक्तों से लगातार पूछताछ करती रही लेकिन हर बार अलग-तरह की कहानी को पुलिस को बता रहे थे। ऐसे में पुलिस की जांच की दिशा बदल रही थी। आखिर पुलिस ने बच्ची को छपरा के वार्ड संख्या-10, थाना-मांझी निवासी पूजा देवी के घर से बरामद कर लिया। पुलिस ने बताया कि अभियुक्तों से पूछताछ में यह बताया है कि महज 50 हजार रुपए में बच्ची को बेचा दिया था।
पहले पुलिस को बरगलाया, फिर उगला सच मुझे पैसों की जरूरत थी मालसलामी थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि आरोपी पिता से पूछताछ में यह बात सामने आ रही है कि उसे रुपए की जरूरत थी। इसी कारण से बच्ची को बेच दिया था। आरोपी दुकान में काम करता है। हालांकि हर बार वह अलग-अलग बयान दे रहा है। मोबाइल डाटा खंगाला डीएसपी ने बताया कि बच्चा बेचने के आरोप में पिता सोनू यादव, सारण निवासी रूपा देवी, पूजा देवी और उसके पति पंकज को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस बरामद दो मोवाइल का डाटा भी खंगाल रही है।