
साइबर थाना पुलिस ने मंगलवार देर रात एक विशेष अभियान के तहत फर्जी लोन एप के माध्यम से लोगों से ठगी करने वाले सात बदमाशों को गिरफ्तार किया। इसमें लोन रिकवरी मैनेजर भी है। पुलिस को सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध मोबाइल नंबर से लगातार लोगों को धमकी दी जा रही है। नंबर की लोकेशन ट्रेस कर रिजनिंग सर्किल क्षेत्र स्थित एक मकान में छापेमारी की गई। वहां एक फर्जी काल सेंटर संचालित हो रहा था। जहां से लैपटाप, मोबाइल और कंप्यूटर से साइबर अपराध को अंजाम दिया जा रहा था।
साइबर डीएसपी आलोक कुमार ने बुधवार को मीडिया को बताया कि गिरफ्तार बदमाशों में रामनगरा गांव निवासी प्रेमचंद कुमार, सोनबरसा निवासी दीपक कुमार, मटियार कला निवासी सुबोध कुमार, भगवतीपुर निवासी विपुल कुमार, बाया निवासी मुकेश कुमार, माधोपुर निवासी अभिषेक कुमार और राजू कुमार हैं। इनका आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। ये बदमाश फिनवास, पायोनियर, एमपैकेट रैंप जैसे प्लेटफार्म्स के नाम पर फर्जी लोन एप के जरिये लोगों की निजी जानकारी हासिल करते थे। इसके बाद उनकी फोटो एडिट कर संबंधित व्यक्ति और उनके परिवार को ब्लैकमेल किया जाता था।
वाट्सएप और काल के माध्यम से धमकियां दी जाती थीं। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 12 लैपटाप, 10 मोबाइल फोन, पांच एसएसडी और पांच रैम बरामद किए। जब्त उपकरणों की जांच में पता चला कि देश के कई राज्यों में इन नंबरों से लोगों को परेशान किया गया था। इसको लेकर कई शिकायतें दर्ज हैं। पुलिस का कहना है कि गिरोह से जुड़े अन्य बदमाशों की तलाश जारी है। गिरोह के अंतरराज्यीय कनेक्शन को भी खंगाला जा रहा है। पूर्व के मामलों की भी जांच की जा रही है।