
बोधगया स्थित बीएमपी तीन में लंबे समय से पदस्थापित असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (एएसआई) राजेश कुमार सिंह की मौत से कैंप में सनसनी फैल गई। शनिवार की देर रात एएसआई का शव कैंप परिसर में उनके कमरे से संदिग्ध स्थिति में पाया गया। प्रथम दृष्टया में इसे आत्महत्या का मामला बताया जा रहा है। लेकिन, परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए जांच की मांग की है। मूल रूप से सारण जिले के गंगाजल निवासी राजेश कुमार सिंह का परिवार हांजीपुर में रहता है।
घटना की सूचना मिलने के बाद बोधगया थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल अस्पताल भेज दिया। रविवार को पुलिस के साथ फॉरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और साक्ष्य जुटाने में जुटी रही। मृतक एएसआई के परिजनों का आरोप है कि राजेश कुमार सिंह के शरीर पर कई जगह चोट के निशान हैं। जिससे आत्महत्या ‘की आशंका संदिग्ध लगती है। अब तक किसी ने कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है। बताया जा रहा है कि घटना से कुछ घंटे पहले बीएमपी में ही किसी महिला सहकर्मी ने पूंजा खाने-खिलाने को लेकर इनके खिलाफ गलत आरोप लगाते हुए शिकायत की थी।
इस बाबत गयाजी के सिटी एसपी रामानंद कुमार कौशल ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला हैंगिंग का प्रतीत होता है। परिजनों की शिकायत को गंभीरता से लिया गया है। फॉरेंसिकजांच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मृत्यु के कारण की स्पष्ट पुष्टि हो सकेगी। जांच में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी। फिलहाल पुलिस परिजनों द्वारा दिए जाने वाले आवेदन और फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर आगे की जांच करेगी।
बहन का आरोप, खुदकुशी नहीं, साजिशन हत्या बोधगया। बोधगया स्थित बीएमपी तीन में लंबे समय से पदस्थापित असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (एएसआई) राजेश कुमार सिंह की मौत मामले में मृतक की बहन संगीता कुमारी ने आरोप लगाया कि हमारे भाई को कैंप में वरीय अधिकारी द्वारा पिछले चार माह से टॉर्चर किया जा रहा था। यह बात भाई घर पर अक्सर अपने परिवार को बताते थे। बहन का कहना है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि साजिशन हत्या है। हमारे भाई के शरीर पर चोट के निशान साफ दिख रहे हैं। हमें न्याय चाहिए। घटना की जानकारी रात करीब 12 बजे मिली, जब एक सहकर्मी कमरे में राजेश कुमार सिंह को संदिग्ध अवस्था में देखा और अधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद बीएमपी और बोधगया थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आवश्यक कार्रवाई शुरू की। परिजन दोषियों को गिरफ्तार करने और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग पर अड़े हुए हैं।प्रथम दृष्टया मामला हैंगिंग का प्रतीत होता है। फॉरेंसिक जांच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मृत्यु के कारण की स्पष्ट पुष्टि हो सकेगी। फिलहाल पुलिस परिजनों द्वारा दिए जाने वाले आवेदन और फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर आगे की जांच करेगी। -रामानंद कुमार कौशल, सिटी एसपी, गया।