
बोरिंग कैनाल रोड में एडीजी पंकज दराद के सामने फायरिंग के बाद एसएसपी अवकाश कुमार एक्शन में हैं। लापरवाह पुलिसकर्मियों की पहचान कर ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। फायरिंग मामले में रविवार की दोपहर जहां लापरवाह दारोगा सहित छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया तो देर शाम में कार्रवाई की जद में और 12 आ गए।
एसएसपी ने वायरलेस पर फ्लैश होने वाली सूचना पर पुलिस की सक्रियता का पता करने के लिए रविवार की शाम एक संदिग्ध वाहन का नंबर फ्लैश कराया। सूचना दी गई कि अटल पथ से जेपी गंगा पथ की ओर जा रही संदिग्ध कार को रोकें, पर रास्ते में आने वाले तीन थाने दीघा, गांधी मैदान और पीरबहोर थाने के चार गश्ती दल ने सुना ही नहीं। इस मामले में एसएसपी अवकाश कुमार ने लापरवाह चारों गश्ती वाहन पर तैनात दारोगा सहित 12 पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया। इनमें चार सैप चालक है, जिनके अनुबंध को ही समाप्त कर दिया गया है। साथ ही तीनों थानाध्यक्ष से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
एसएसपी फ्लैश किए गए नंबर वाले वाहन के पीछे स्वयं दूसरे वाहन से थे, इस कारण लापरवाह आसानी से चिह्नित किए और उनपर तत्काल कार्रवाई कर दी। इससे पहले दोपहर में सचिवालय थाने के दारोगा अशोक कुमार सिंह, कोतवाली थाने के एएसआइ मनोज कुमार रजक और धनंजय कुमार एवं पीसीआर की सिपाही जुसी कुमारी, नीरजा कुमार व राजीव कुमार निलंबित किए गए थे। जांच के लिए टीम गठित : एसएसपी ने बोरिंग कैनाल रोड में शनिवार को फायरिंग की घटना में संलिप्त आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की है। साथ ही पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट भी मांगी है। कार्रवाई की जद में कई और पुलिसकर्मी भी आ सकते हैं।